देहरादून
प्रदेश मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए लोकसभा सांसद और पार्टी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री भोला सिंह ने
आरोप लगाया कि राहुल के विदेश में दिए बयान से पुनः साबित हुआ है, कि कांग्रेस आरक्षण, संविधान और डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर विरोधी है।
राजीव गांधी ने भी 1985 को आरक्षण पर टिप्पणी करते हुए इसे बुद्धओ को बढ़ावा देने वाला बताया, मंडल आयोग की रिपोर्ट का लोकसभा में पुरजोर विरोध किया। कांग्रेस पार्टी मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत करती है जो बाबा साहब के मूल संविधान के खिलाफ है । कांग्रेस ने अपने शासन में अल्पसंख्यक संस्थान में कभी आरक्षण लागू नही होने दिया । धारा 370 के चलते कभी कश्मीर में दलित समाज को आरक्षण का अधिकार नहीं मिला लेकिन कांग्रेस को कभी तकलीफ नहीं हुई।
जबकि दूसरी तरफ भाजपा की बात करें तो वाजपेई सरकार का कार्यकाल हो या वर्तमान में मोदी जी का, हमेशा एससी एसटी ओबीसी समाज और संविधान को मजबूत करने का कार्य किया गया। बाबा साहब अंबेडकर को वाजपेई जी एवं आडवाणी जी के प्रयासों से ही भारत रत्न से सम्मानित किया गया। बात हो चाहे मोदी जी द्वारा बाबा साहब के जीवन से जुड़े केंद्रों को पंच तीर्थ के रूप में स्थापित करने की, चाहे धारा 370 हटाकर कश्मीर में आरक्षण का अधिकार दिलाने की, चाहे बाबा साहब के चित्र को संसद में लगाने की, चाहे आजादी के बाद पहली बार 2015 में संविधान दिवस मनाने की, राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की, चाहे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण की शुरुआत की, चाहे हाल में सुप्रीम कोर्ट के टिप्पणी के बाद कैबिनेट के माध्यम से आरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता जताने की बात हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी ने राहुल के बयान के बाद पुनः विश्वास दिलाया है कि आरक्षण समाप्त करना तो दूर उसमें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ को भी किसी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा।
पत्रकार वार्ता में राजपुर विधायक खजान दास, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कोली, एससी एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय पदाधिकारी स्वराज विद्वान, मोर्चा राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भगवंत मकवाना, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी श्री राजेंद्र नेगी, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती कमलेश रमन समेत वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।